Monday, 16 September 2013
Presstitutes!
ibn के रिपोर्टर शाहनबाज के खिलाफ भारतीय सेना को बलात्कारी सेना कहने पर FIR दर्ज करी गयी।
भाँड मीडिया वालो तैयार रहो ये तो शुरूआत है।
सड़कोँ पर दौड़ा दौड़ाकर ना मारा तो कहना।
जदयू में हड़कंप
पटना। बिहार के विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी मंत्री गौतम सिंह ने सोमवार को नरेंद्र मोदी के समर्थन में बोलकर जदयू में हड़कंप मचा दिया। हालांकि जल्द ही स्थिति को संभालते हुए कहा कि उन्होंने मुद्दे का समर्थन किया था। मेरी बात को बढ़ा-चढ़ाकर पेश किया गया।
दरअसल, पूर्व सैनिक व जदयू मंत्री गौतम सिंह से पत्रकारों ने पूछा कि भाजपा की रैली में नरेंद्र मोदी द्वारा सैनिकों, देश की सीमा व केंद्र सरकार द्वारा ढुलमुल रवैये से संबंधित टिप्पणी का आप समर्थन करते हैं। इस पर गौतम सिंह ने अपनी स्वीकृति जता दी। इस पर राजनीतिक हलके में उनके द्वारा मोदी को समर्थन देने के कयास लगाए जाने लगे। हालांकि बाद में उन्होंने कहा कि वे सिर्फ नीतीश कुमार के साथ है।
प्रधानमंत्री से मिल कर भी मुस्लिम नेता असंतुष्ट
नई दिल्ली। उत्तर प्रदेश में
सांप्रदायिक दंगों के थमने के बाद अब कांग्रेस ने मुस्लिमों सियासी मरहम लगाने की कवायद तेज की है।
इस कड़ी में कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी व उपाध्यक्ष राहुल गांधी के साथ मुजफ्फरनगर के दौरे से लौटे प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह ने अपने आवास सात रेसकोर्स में मुस्लिम नेताओं से भी मुलाकात की।
इसमें मुस्लिम नेताओं ने पीएम को खरी-खरी सुनाई और कहा कि सांप्रदायिक दंगों को आतंकवाद के समान ही अपराध मानते हुए तत्काल अध्यादेश लाया जाए। साथ ही पूरे देश में दंगों की आशंका जताते हुए बिना नाम लिए भाजपा पर सांप्रदायिक माहौल खराब करने का आरोप भी लगाया।
करीब 50 मिनट चली इस बैठक में प्रधानमंत्री ज्यादा कुछ नहीं बोले और उन्होंने सबकी बात पूरे ध्यान से सुनी। उन्होंने सिर्फ इतना कहा 'हम चाहते हैं कि देश का हर इंसान महफूज रहे। इसके लिए जो कुछ हो सकता है, वह हम करेंगे।'
प्रधानमंत्री से मुलाकात के बाद प्रतिनिधिमंडल बहुत संतुष्ट नजर नहीं आया। मुस्लिम नेताओं का कहना था कि उन्होंने अपनी बात प्रधानमंत्री से कह दी है कि दोषियों को जल्दी सजा दी जाए। साथ ही सिर्फ बात उत्तर प्रदेश की नहीं, बल्कि पूरे मुल्क की है। पूरे देश में फसाद हो रहे हैं और एक खास पार्टी इसको हवा दे रही है।
मुस्लिम नेताओं ने सांप्रदायिक हिंसा को आतंकवाद जैसा ही खतरनाक करार दिया। उन्होंने सांप्रदायिक हिंसा रोकथाम विधेयक को संसद के शीतकालीन सत्र में पारित कराने और उससे पहले हालात को देखते हुए अध्यादेश लाने की मांग की।
उनकी एक और बड़ी शिकायत थी कि मुजफ्फरनगर दंगा पीड़ितों को राहत शिविरों में न तो केंद्र और न ही राज्य सरकार मदद दे रही है। उन्होंने मांग की कि फसाद में जिला प्रशासन और राज्य सरकार की जिम्मेदारी निर्धारित की जाए और दंगों से प्रभावित लोगों का मुआवजा तय हो और उनका पुर्नवास भी सुनिश्चित किया जाए।
मुस्लिम नेता 19 सितंबर को इस मुद्दे पर एक बड़ी बैठक करने जा रहे हैं, जिसमें गैरसरकारी, गैरमुस्लिम और मुस्लिम संगठन भी शिरकत करेंगे। प्रधानमंत्री से मिलने वालों में प्रतिनिधिमंडल में जमीयत उलेमा-ए-हिंद से मौलाना महमूद मदनी, जमात-ए-इस्लामी से मौलाना जलालुद्दीन उमरी, मुसलिम पर्सनल लॉ बोर्ड से कमाल फारुखी, मुसलिम मजलिस-ए-मुशावरत से डॉ. जफरुल इसलाम, जमीयत अहल-ए-हदीस से मौलाना असगर इमाम सल्फी, मुसलिम पालिटिकल काउंसिल ऑफ इंडिया से डॉ. तसलीम रहमानी आदि शामिल थे।
कांग्रेस ने बहुत नुकसान किया : जव्वाद
रायबरेली। शिया धर्म गुरु मौलाना कल्बे जव्वाद ने कहा कि कांग्रेस ने मुसलमानों का सबसे ज्यादा नुकसान किया है। मुसलमान दुनिया भर में निशाने पर हैं।
यमन, सीरिया, अफगानिस्तान और पाकिस्तान में मुसलमान-मुसलमान को मार रहा। अब समय आ गया कि शिया और सुन्नी दोनों समुदाय एकजुट होकर धर्म, अल्लाह और मस्जिद के लिए एत्हाद करें। राजनीतिक दलों ने अपने हित के लिए मुसलमानों को लड़ाया है।
धर्म गुरु दिल्ली के महरौली स्थित गौसिया मस्जिद को गिराने के विरोध में सोनिया गांधी के संसदीय क्षेत्र में सोमवार को आयोजित रोड शो में भाग लेने आए थे। उन्होंने कहा कि उत्तर प्रदेश में अगर दंगे न रुके तो सपा सरकार को हटा दिया जाएगा।
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अडवाणी ने की मोदी की तारीफ
आखिर दिल तो दरिया है |
कोबरा की रैली को संबोधित करते हुए जैसे ही उनके मुंह से नरेंद्र मोदी का नाम निकला तो वहां मौजूद लोगों ने भी शोर कर इसका स्वागत किया। इस दौरान उन्होंने छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री डॉक्टर रमन सिंह की भी जमकर तारीफ की। राज्य में हुए विकास को लेकर उन्होंने मुख्यमंत्री की पीठ थपथपाई। उन्होंने प्रदेश की सरकारों को शिक्षा और स्वास्थ्य के क्षेत्र में अभी और कदम उठाए जाने की कोशिशों पर जोर दिया
आडवाणी ने कहा कि मौजूदा समय में आईटी के क्षेत्र में भी बेहद ध्यान देने की जरूरत है। उन्होंने वहां मौजूद बच्चों को भी इस ओर ध्यान देने की अपील की। उन्होंने इंटरनेट के अविष्कार को सदी का सबसे बड़ा अविष्कार बताते हुए कहा कि बच्चों को इससे ज्यादा से ज्यादा जुड़ना चाहिए।
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