Tuesday, 24 September 2013
सरकार ने पलटा सुप्रीम कोर्ट का फैसला, दागी नेताओं की नहीं जाएगी कुर्सी!

सरकार ने सुप्रीम कोर्ट के फैसले को रद्द करने के लिए इस अध्यादेश को मंजूरी दी है।
दिलचस्प है कि पिछले दिनों सुप्रीम कोर्ट ने दागी विधायकों और सांसदों को जोर का झटका देते हुए एक आदेश जारी किया था।
कोर्ट ने कहा था कि अगर सांसदों और विधायकों को किसी आपराधिक मामले में दोषी पाते हुए 2 साल की सजा होगी, तो ऐसे में उनकी सदस्यता तत्काल प्रभाव से रद्द हो जाएगी।
उधर, सरकार के इस कदम को लेकर भाजपा ने सवाल खड़ा कर दिया है। भाजपा ने कहा है कि सरकार ने इस मामले को लेकर अध्यादेश लाने में इतनी जल्दबाजी क्यों दिखाई।
पुलिस मुखिया ने मुजफ्फरनगर दंगे में पुलिस की चूक मानी

सोमवार को शाहपुर और फुगाना क्षेत्र का दौरा कर देर रात सिंचाई विभाग के डाक बंगले पर डीजीपी देवराज नागर ने पत्रकार वार्ता में कहा कि दंगे में कहीं न कहीं पुलिस की चूक शामिल है। कई स्थानों पर पुलिस न तो सही समय पर पहुंची और न ही उसकी कार्यशैली अच्छी रही। पिछले कई महीनों से देहात का माहौल खराब करने की कोशिश की जा रही थी। लोग छोटी-छोटी बातों को तूल दे रहे थे। कवाल का मामला कोई बड़ी घटना नहीं था, लेकिन शरारती तत्वों ने इसे तूल देकर इतना बड़ा कर दिया।
उन्होंने सात सितंबर की महापंचायत के बारे में कहा कि अधिकारियों को किसी भी तरह उस पंचायत को टालने के आदेश दिए गए थे, लेकिन यह नहीं हो सका। दोषी पाए जाने वाले कई पुलिस अधिकारियों पर कार्रवाई हो चुकी है, बाकी पर शीघ्र कार्रवाई तय है।
एक सवाल के जवाब में उन्होंने कहा, कानून से ऊपर कोई नहीं है। दोषी चाहे कोई भी हो, कार्रवाई होगी। राशिद सिद्दीकी के सभा में मौजूद होने के बावजूद कार्रवाई न होने के सवाल पर कहा, एसएसपी व डीएम जांच के बाद कार्रवाई के लिए स्वतंत्र हैं। शासन या किसी आला पुलिस अफसर का कोई दबाव नहीं है।
फर्जी नामजदगी पर उन्होंने कहा कि कोई भी निर्दोष जेल नहीं जाएगा। हिंसा प्रभावित क्षेत्रों में पुलिस चौकियों की स्थापना कराई जाएगी। कई गांवों के पीड़ितों ने गांव लौटने की बात कही है। इसके चलते गांवों में पर्याप्त सुरक्षा बल तैनात कर दिया गया है। डीजीपी ने नागरिकों से जनपद में आपसी भाईचारे और सौहार्द कायम रखने की अपील की है।
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केन्या के आतंकी दस्ते को एक महिला आतंकी लीड कर रही थी

चश्मदीदों के मुताबिक, एक महिला आतंकी दस्ते को लीड कर रही थी। वह बुर्का पहने हुए थी और हमलावरों को अरबी भाषा में आदेश दे रही थी।
आयरिश मूल की यह 'व्हाइट विडो' अफ्रीकी महाद्वीप समेत पूरी दुनिया में दहशत का दूसरा नाम बनती जा रही है। केन्या के सुरक्षा अधिकारियों की मानें तो यह महिला कोई और नहीं बल्कि सामन्था लुथवेट है।
मुस्लिम धर्म अपनाने के बाद अलकायदा में शामिल होने वाली सामन्था लुथवेट न केवल ब्रिटेन, अमेरिका समेत अन्य यूरोपीय देशों में इस्लाम को मानने वाले युवाओं को आतंकी बना रही है बल्कि गैर इस्लामिक लोगों को भी दहशतगर्दी के इस खेल में शामिल कर रही है।
पाकिस्तान के आतंकियों के साथ भी इस ब्रिटिश महिला के करीबी रिश्ते हैं।
दिग्गी ने दिग्गी ने कोटेशन को बिल बता कर पेश किया!

दिग्विजय सिंह ने बीजेपी पर आरोप लगाया था कि बुधवार की रैली के लिए भाजपा की ओर से इंदौर से 10 हजार बुर्के खरीदने का आदेश दिया गया था। इन बुर्कों की कीमत 44 लाख रुपये है, इनमें से 42 लाख रुपये का भुगतान किया जा चुका है।
दिग्विजय ने आरोप लगाया था कि बुर्कों को दिलीप बिल्डकॉन कंपनी से ताल्लुक रखने वाले देवेंद्र जैन ने खरीदा है। इंदौर से खरीदे गए बुर्के मुस्लिम महिलाओं को दिए जाएंगे। लेकिन टीवी चैनल का कहना है कि दिग्गी ने दिग्गी ने कोटेशन को बिल बता कर पेश किया।
भोपाल की रैली को बीजेपी के प्रधानमंत्री पद के उम्मीदवार नरेंद्र मोदी संबोधित करेंगे। इस रैली में बीजेपी ने 50 हजार मुसलमानों के आने का दावा किया है जिनमें पांच हजार मुस्लिम महिलाएं भी होंगी।
शिवराज सिंह बोले
दिग्विजय के बयान पर मुख्यमंत्री शिवराज सिंह ने पलटवार करते हुए कहा कि, दिग्गी मनोरंजन के लिए ऐसे बयान देते हैं। यह उनकी ओछी मानसिकता का प्रतीक है।
शिवराज सरकार के मंत्री कैलाश विजयवर्गीय ने कहा कि दिग्विजय की गतिविधियों और बयान पर नजर रखी जानी चाहिए, क्योंकि इससे राज्य में सांप्रदायिक सौहार्द बिगड़ सकता है।
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