नैरोबी. केन्या की राजधानी नैरोबी में हुए मुंबई जैसे हमले में अब तक 68 लोग मारे जा चुके हैं। इसमें 7 भारतीयों के भी मारे जाने की खबर है। बताया जा रहा है कि जिस मॉल पर हमला हुआ है, उसे एक भारतीय कॉन्ट्रेक्टर ने बनाया था। हमले के दो दिन बाद मॉल को आतंकियों के कब्जे नहीं छुड़ाया जा सका और करीब 10 लोग अब भी आतंकियों के कब्जे में हैं। नैरोबी के शॉपिंग मॉल वेस्टगेट पर हमले की जिम्मेदारी अलकायदा के सहयोगी संगठन अल-शबाब ने ली है। सूत्रों के मुताबिक, आतंकियों ने लोगों को मारने से पहले उनका धर्म पूछा और फिर चुन चुनकर उनकी हत्या की।
चश्मदीदों के मुताबिक दस से ज्यादा आतंकियों ने मॉल में घुसते ही कहा, 'मुसलमान एक तरफ हो जाओ, हम सिर्फ गैर मुसलमानों को मारने आए हैं।' उसके बाद उन्होंने अंधाधुंध फायरिंग की। एक प्रत्यक्षदर्शी ने बताया कि उसने हमलावरों के पास एके 47 तथा कई हथगोले देखे। हमलावरों ने कई लोगों को बंधक बना लिया जिन्हें छुड़वाने की कोशिशें जारी हैं।
मॉल को आतंकियों के कब्जे से छुड़ाने के लिये इजरायली कमांडोज की मदद ली जा रही है।
दो मंजिलें अब भी आतंकियों के कब्जे में
चार मंजिला इमारत की दो मंजिलें अब भी आतंकियों के कब्जे में हैं। हमले में सात भारतीयों समेत 68 लोग मारे जा चुके हैं। करीब 200 से ज्यादा लोग घायल हैं। इनमें दो गुजराती रितिक पटेल (14) और जिगिशा सोमानी (40) भी हैं। प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह ने केन्या के राष्ट्रपति को पत्र लिखकर इस घटना की निंदा की है। वहां सैनिकों और आतंकियों के बीच रविवार को गोलीबारी जारी रही। इस बीच एक हजार से ज्यादा लोगों को सुरक्षित निकाल लिया गया है। मरने वालों में केन्याई राष्ट्रपति का भांजा और उसकी मंगेतर, दो राजनयिक भी शामिल हैं।
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