
मंगलवार की रात एक मुस्लिम परिवार के आवास से फायरिंग होने के बाद बुधवार दिन में भी गांव में फायरिंग व पथराव हुआ। बाद में पुलिस बल ने अभियान चलाकर मुस्लिम घरों की तलाशी लेनी शुरू की तो रोजुद्दीन के घर में तमंचों के कारतूस के अलावा एके-47 के 41 कारतूस बरामद हुए। इससे पुलिस के साथ-साथ खुफिया एजेंसियों के भी कान खड़े हो गए हैं। पुलिस ने शक के आधार पर तलाशी लेकर रायफल बरामद करनी चाही तो वह बरामद नहीं हो सकी।
सीओ राजेश सोनकर ने बताया कि कि जिस घर से एके 47 के कारतूस बरामद हुए हैं उस घर का एक सदस्य बीएसएफ में कार्यरत बताया गया है। वही इन कारतूसों को लाया था। जांच कराई जा रही है।
सर्च अभियान बीच में ही बंद
पुलिस ने जब किरठल गांव में तलाशी अभियान शुरू किया तो मुसलमानों ने पुलिस पर पथराव कर दिया। उसके बाद फिर पुलिस ने नए सिरे से तलाशी अभियान चलाया। इस दौरान एके 47 के कारतूस बरामद हुए। लेकिन पुलिस ने बीच में ही तलाशी अभियान रोक दिया। सूत्रों का कहना है कि सर्च अभियान को बंद करने के लिए ऊपर से दबाव था।
अरुण कुमार, एडीजी कानून व्यवस्था ने बताया कि किरठल गांव में दो संप्रदाय के लोग आमने-सामने आ गए थे। सीओ का गनर पथराव में घायल हुआ है। वहां तलाशी में एके-47 के 41 कारतूस, नाइन एमएम के 17 कारतूस, पिस्टल का एक कारतूस, एक बंदूक और चाकू आदि बरामद किए गए हैं। घर से एके 47 के कारतूस बरामद होना गंभीर मामला है।
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