Wednesday, 11 September 2013

बुखारी ने भी अखिलेश सरकार के खिलाफ जमकर निकाली

रामपुर। दिल्ली जामा मस्जिद के शाही इमाम अहमद बुखारी ने बुधवार को सूबे की अखिलेश सरकार के खिलाफ जमकर भड़ास निकाली। उन्होंने काबीना मंत्री आजम खां का नाम लिए बिना उन पर भी तंज कसे। बोले, जो वजीर अपने घर (रामपुर) में संसदीय सीट नहीं जिता सकता वह दूसरे जिलों में मुसलमानों के वोट क्या दिला पाएगा। 
सरकार पर हमला बोलते हुए कहा कि यूपी की सपा सरकार में चारों ओर लूट मची है। मुसलमानों को रोजगार से जोड़ने की बजाय उजाड़ा जा रहा है। उन्होंने कहा कि प्रदेश में यादववाद और ठाकुरवाद चल रहा है। आम आदमी को मामूली मुकदमा दर्ज होते ही जेल भेज दिया जाता है, लेकिन पुलिस अफसर के कत्ल में नामजद राजा भैया को गिरफ्तार नहीं किया जा रहा।
मौलाना बुखारी ने बुधवार को मीडिया से कहा कि सपा ने मुसलमानों को 18 फीसद आरक्षण देने और जेल में बंद निर्दोष अल्पसंख्यकों को रिहा कराने का वादा किया गया था, लेकिन सत्ता में आते ही यह वादों से मुकर गई। 22 फीसद मुसलमानों और आठ फीसद यादवों के वोट से सत्ता में आई सपा मुसलमानों का भला नहीं कर रही। चुनाव से पहले मुलायम सिंह यादव ने कहा था कि सत्ता में आने पर हर थाने में मुसलमान स्टाफ सुनिश्चित होगा, लेकिन अब हर थाने में यादव है, मुसलमान नहीं। अच्छे जिलों और थानों में थानेदार, कलक्टर, एसपी सब यादव हैं। यूपी में यादव व ठाकुरवाद चल रहा है। जेल में बंद निर्दोष मुसलमानों से मुकदमे वापस नहीं हुए, लेकिन मुसलमानों के हाथ पैर काटने की धमकी देने वाले वरुण गांधी से मुकदमे वापस हुए। रामपुर निवासी सूबे के वजीर से चार मुकदमे वापस लिए जा रहे हैं। मुसलमानों को आरक्षण का लाभ देने के बजाय उजाड़ा जा रहा है।
बुखारी ने बताया कि वह सपा सरकार के खिलाफ मुलायम सिंह यादव के गढ़ इटावा से ही 21 अप्रैल को रैली शुरू करने जा रहे हैं। इससे सपा नेता बेचैन हैं। मुसलमानों को लालच दिया जा रहा है कि वे रैली में शामिल न हों, लेकिन मुसलमान लालच में आने वाले नहीं हैं। मुसलमान एक साल में सपा से कोसों दूर हो चुका है। मुलायम सिंह रामपुर के जिस वजीर पर भरोसा किए हैं, वह दूसरे जिलों में क्या वोट दिलाएंगे अपने जिले में ही लोकसभा की सीट नहीं जितवा सकते। उन्होंने मुसलमानों से दलितों की तरह सियासी ताकत बनने का आह्वान किया।

No comments:

Post a Comment