Wednesday, 11 September 2013

मौन ही व्याख्यान है!

विचित्रं !   बट  तरुर्मूले    वृद्धा:   शिष्या  गुरुर्युवा । 
गुरोस्तु मौनं व्याख्यानं शिष्यास्तु छिन्नसंशय।।
आश्चर्य! एक बट वृक्ष के नीचे युवा गुरु व वृद्ध शिष्य आसीन हैं। 
मौन ही गुरु का शास्त्र-व्याख्यान है और उसी से शंकाएं नष्ट होती जा रही हैं। 

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