Thursday, 19 September 2013

हरियाणा में ‘आन’ के नाम पर प्रेमी जोड़े को मार डाला

मृतका निधि के माँ-बाप 
अनिरुद्ध घोषालघरणावती(रोहतक)। तेईस साल के धर्मेंदर बराक और 20 साल की निधि बराक की हैसियत में जमीन आसमान का फर्क था। धर्मेंदर गांव के एक मामूली किसान का बेटा था जबकि निधि पैसे वाले परिवार की थी।
उसके परिवार का अच्छी नस्ल के कुत्तों की खरीद फरोख्त का व्यवसाय है और कारोबार दिल्ली तक फैला हुआ है। लेकिन इन दोनों के बीच समस्या हैसियत में फर्क की नहीं थी बल्कि कुछ समानताओं की वजह से थी। दोनों एक ही गांव के और एक ही गोत्र के होने के बावजूद आपस में प्यार करने की गलती कर बैठे।
इसका विरोध होना तय था और इसी वजह से उन दोनों ने मंगलवार को घर से भागकर शादी करने का फैसला कर लिया। 
लेकिन एक दिन बाद दोनों की लाश बरामद हुई। कथित तौर पर शान के लिए हुई इस दोहरी हत्या में शक की सुई परिजनों पर है। 
निधि की पीट-पीट कर हत्या करने के बाद उसका दाह संस्कार कर दिया गया जबकि धर्मेंदर की बुरी तरह पिटाई के बाद उसे चाकू मारा गया और उसका सिर काटकर उसके घर के सामने फेंक दिया गया। 
पुलिस ने इस मामले में अब तक चार लोगों- निधि के पिता बिल्लू, चाचा रविंदर, मां रीता और उनके ड्राइवर महेश चिंपी को गिरफ्तार किया है। लेकिन धर्मेंदर के रिश्तेदार मुंह नहीं खोलना चाहते। उन्होंने तो अभी पुलिस में शिकायत भी नहीं दर्ज कराई है। यहां तक कि वे धर्मेंदर की मां को भी कुछ नहीं बोलने दे रहे हैं। 
धर्मेंदर की मां ने जब मीडिया से बात करने की कोशिश की तो घर वालों ने उन्हें घसीट कर एक कमरे में बंद कर दिया।
पुलिस का कहना है कि ये दोनों पिछले तीन साल से प्यार में गिरफ्तार थे। निधि फाइन आर्ट्स की छात्रा थी जबकि धर्मेंदर आइटीआइ में डिप्लोमा कर रहा था। 
निधि के घर वालों की असली आपत्ति इस बात पर थी कि दोनों एक ही गांव के और एक ही गोत्र के हैं।
पुलिस अधिकारी ने बताया कि ये दोनों मंगलवार को घर से भाग निकले थे। 
लेकिन निधि के घर वालों ने उसे बहला फुसला कर घर लौटने को राजी कर लिया। उन्होंने उसकी धर्मेंदर से शादी कराने का भी वादा किया। इसके बाद उन्होंने निधि को वापस लाने के लिए अपनी कार भी भेजी। लेकिन घर लौटते ही उन्होंने पहले निधि को मौत के घाट उतार दिया। 
इसके बाद धर्मेंदर को यातना देने का सिलसिला शुरू हुआ। पीट-पीट कर उसके हाथों और पैरों की हड्डियां तोड़ी गईं और उसके बाद सीने में कई बार चाकू घोंपा गया। पुलिस के मुताबिक इसके बाद उसका सिर काट कर उसके घर के सामने फेंक दिया गया। 
इस घटना के समय धर्मेंदर के घर में कोई पुरुष सदस्य मौजूद नहीं था और महिलाएं घर के अंदर थीं। इसलिए किसी ने नहीं देखा कि वहां दरअसल क्या हुआ था। लेकिन हमें शक है कि धर्मेंदर को उसके घर के सामने लाकर उसका सिर काटा गया था।
मंगलवार को घर से लापता होने के बाद दोनों में से किसी के घर वालों ने गुमशुदगी की कोई रिपोर्ट नहीं दर्ज कराई थी। यहां तक कि धर्मेंदर का सिर काटकर घर के सामने फेंके जाने के बावजूद उसके परिजनों ने कोई शिकायत नहीं दर्ज कराई। रोहतक के एसएसपी राजेश दुग्गल ने बताया कि हमने कलानौर के एसएचओ के बयान के आधार पर मामले की एफआइआर दर्ज की।
इस मामले में सिर्फ धर्मेंदर के परिजनों ने ही चुप्पी नहीं साध रखी है। लगता है कि इस बाबत आम सहमति है। पूरे गांव में एक भी आदमी मुंह खोलने को तैयार नहीं है। कईयों का तो यह भी मानना है कि इन दोनों की हत्या में कुछ भी गलत नहीं है। आखिर एक ही गांव और एक ही गोत्र के होकर उन्होंने प्यार करने की गुस्ताखी कैसे कर ली।

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